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You are here: Home / गर्भावस्था / Diabetes Diet in Pregnancy / Pregnancy Me Diabetes ko Kaise Control Kare? प्रेगनेंसी में डायबिटीज को कैसे कंट्रोल करें (गर्भावस्था के दौरान मधुमेह) जेस्‍टेशनल डायबिटीज

Diabetes Diet in Pregnancy / Pregnancy Me Diabetes ko Kaise Control Kare? प्रेगनेंसी में डायबिटीज को कैसे कंट्रोल करें (गर्भावस्था के दौरान मधुमेह) जेस्‍टेशनल डायबिटीज

प्रेगनेंसी सभी महिलाओं के लिए एक शानदार और नया अनुभव लेकर आती है। यह जीवन का वह सुनहरा सपना है जब अधिकांश महिलाएं भोजन में कैलोरी की संख्या पर ध्यान ना देकर अपना मनपसंद खाना खाती हैं। ताकि आने वाले बच्चे को सही पोषण मिल सके। यह सुनने में तो अच्छा लगता है, लेकिन कुछ महिलाओं के लिए यह समय गर्भावस्था के मधुमेह (Gestational Diabetes) की शुरुआत बन जाता है। परंतु, इसे पढ़कर आपको घबराने की आवश्यकता नहीं है। क्योंकि इस लेख से आप जान जाएंगे कि प्रेगनेंसी में डायबिटीज को कैसे कंट्रोल करें।Diabetes Diet in Pregnancy / Pregnancy Me Diabetes ko Kaise Control Kare? प्रेगनेंसी में डायबिटीज को कैसे कंट्रोल करें (गर्भावस्था के दौरान मधुमेह).

Diabetes Diet in Pregnancy / Pregnancy Me Diabetes ko Kaise Control Kare? प्रेगनेंसी में डायबिटीज को कैसे कंट्रोल करें (गर्भावस्था के दौरान मधुमेह) जेस्‍टेशनल डायबिटीज

(Gestational Diabetes) जेस्‍टेशनल डायबिटीज के लिए इंडियन डाइट प्लान आपको गर्भावस्था के दौरान अपने खाने का आनंद लेने में मदद करेगा और साथ ही होने वाले बच्चे के पोषण और वृद्धि का भी ध्यान रखेगा।

प्रेगनेंसी में एक महिला में बहुत से शारीरिक और मानसिक बदलाव आटे हैं। आप अलग-अलग टाइम पर खुश,  भावुक (हार्मोन के कारण), उदास (शरीर में बदलाव के कारण), उत्साहित और चिंता और घबराहट से भरे हो सकते हैं। हर औरत अपने अंदर पल रहे बच्चे के स्वस्थ और फिट होने के लिए हर संभव कोशिश करना चाहती है। जेस्‍टेशनल डायबिटीज जैसी स्वास्थ्य समस्याएं चिंता और तनाव को और अधिक बढ़ा देती हैं। आप और अधिक कन्फ्यूज़ हो जाते हैं कि प्रेगनेंसी में क्या करें और क्या खायें। हैरानी की बात है कि ज्यादातर लोग बढ़ते वजन को स्वस्थ प्रेगनेंसी के लिए एक सही सिग्नल मानते हैं। यही कारण है कि हमने गर्भकालीन डायबिटीज के लिए डाइट प्लान बनाने की पहल की। हम इस बात पर चर्चा करेंगे कि कैसे स्वस्थ आहार एक गर्भवती माँ को प्रेगनेंसी में शुगर से बचाते हुए सही पोषण और स्वाद दे सकता है।

Table of Contents

  • जेस्‍टेशनल डायबिटीज (प्रेगनेंसी में शुगर) क्या है:
  • Diabetes Diet in Pregnancy / Pregnancy Me Diabetes ko Kaise Control Kare?
  • (गर्भावस्था के दौरान मधुमेह) जेस्‍टेशनल डायबिटीज
  • प्रेगनेंसी में शुगर के लिए डाइट प्लान (Indian Diet Plan for Gestational Diabetes)
  • प्रेगनेंसी में डायबिटीज को कैसे कंट्रोल करें ?
  • ब्लड शुगर को कंट्रोल करने के लिए टिप्स –
    •  प्रेगनेंसी में शुगर में क्या करें और क्या न करें:
    •  कुछ कम चीनी वाले स्नैकिंग आईडिया:
    •  क्रेविंग को कैसे रोकें?

जेस्‍टेशनल डायबिटीज (प्रेगनेंसी में शुगर) क्या है:

हममें से ज़्यादातर लोगों को लगता है कि ज्यादा मीठा खाने की वजह से शुगर होती है। लेकिन यह पूरी सच्चाई नहीं है। हमारे भोजन में कुछ ऐसे खाद्य पदार्थ होते हैं जो शरीर में घूम रहे खून में ग्लूकोस की मात्रा को तेजी से बढ़ा देते हैं। अगर ऐसा भोजन रोज़ाना खाया जाता है तो यह ग्लूकोस धीरे धीरे बढ़कर स्थायी हो जाती हो जिसे डायबिटीज का नाम दे दिया जाता है। इसलिए प्रेगनेंसी में डायबिटीज से बचने के लिए सही भोजन का चुनाव करना चाहिए। इसके लिए आपको फूड इंडेक्स के बारे में basic knowledge होना आवश्यक है। ताकि आप वास्तव में जान सकें कि जो आप खा रहे हैं वह आपके शरीर में क्या असर करेगा। स्मार्ट माँ बनने की दिशा में यह आपका पहला छोटा कदम हो सकता है।

 

ग्लाइसेमिक इंडेक्स – इस नंबर से आप यह जान सकते हैं कि कोई फूड आइटम आपके शरीर के ब्लड ग्लूकोस को कितना बढ़ा सकती है। 100 शुद्ध ग्लूकोज के बराबर है। जिन खाद्य पदार्थों का ग्लाइसेमिक इंडेक्स 55 से कम होता है, उन्हें मधुमेह रोगियों के लिए हेल्दी माना जाता है। क्योंकि ये खाद्य पदार्थ धीरे-धीरे पचते हैं इसलिए ये ब्लड ग्लूकोस को एकदम से नहीं बढ़ने देते।

ग्लाइसेमिक लोड – ग्लाइसेमिक लोड किसी भोजन में मौजूद कार्बोहायड्रेट की मात्रा और क्वालिटी के बारे मैं बताता है। Low GL वाले खाद्य पदार्थ शुगर के मरीजों के लिए बेहतर माने जाते हैं

इंसुलिन इंडेक्स – इंसुलिन इंडेक्स ऊपर वाले 2 इंडेक्स के समान ही है। फर्क सिर्फ इतना है कि इंसुलिन इंडेक्स  किसी भोजन को खाने के 2 घंटे के बाद खून में इंसुलिन के लेवल में उतार-चढ़ाव का पता लगाता है.

Indian Diet Plan for Gestational Diabetes

 

Diabetes Diet in Pregnancy / Pregnancy Me Diabetes ko Kaise Control Kare?

(गर्भावस्था के दौरान मधुमेह) जेस्‍टेशनल डायबिटीज

प्रेगनेंसी में शुगर के लिए डाइट प्लान (Indian Diet Plan for Gestational Diabetes)

 

यह जेस्‍टेशनल डायबिटीज के लिए सैंपल डाइट प्लान है। यह आहार योजना कोई भी गर्भवती महिला फॉलो कर सकती है। लेकिन कोई विशेष मेडिकल हिस्ट्री होने पर पहले अपने डॉक्टर से सलाह अवश्य लें। डॉक्टर के हरी झंडी देने के बाद ही आप प्रेगनेंसी में डायबिटीज से बचने के लिए यहाँ बताये गए जेस्‍टेशनल डायबिटीज डाइट प्लान इन हिंदी को अपनाएँ। Pregnancy Me Diabetes ko Kaise Control Kare?

 

 

खाद्य पदार्थ कैलोरी  (KCAL) प्रोटीन  (GMS ) पोषण-तथ्य  
सुबह : (7.00 Am)
केसर + इलायची + दालचीनी का दूध 150 4 दूध दिन की शुरुआत करने का सबसे अच्छा तरीका है, यह पेट में आए acid rush को शांत  करेगा। दूध के पोषक तत्व खाली पेट बेहतर तरीके से अवशोषित होंगे।

दूध में मिलायें केसर के १-२ धागें, 1 चुटकी इलायची + दालचीनी

आटा रस्क          (1 पीस) 50 2 सुबह के समय ड्राई कार्ब्स, मॉर्निंग सिकनेस से राहत दिलाने में मदद करते हैं।
भीगे बादाम (6 पीस) 50 4 यह प्रोटीन और ओमेगा 3 एसिड का अच्छा स्रोत है।

सुबह का नाश्ता (9.00 Am)

बेसन / मूंग दाल चिल्ला बारीक कटी पालक और गाजर के साथ – (2 मीडियम साइज़) 200 12 सुबह के समय शुगर रश को कंट्रोल करने में यह लो कार्ब, हाई प्रोटीन डिश काफी मददगार है। गाजर और पालक का फ़ाइबर प्रेगनेंसी के दौरान त्वचा और पाचन की समस्या को दूर रखते हैं, और बच्चे के जन्म के समय पीलिया होने के जोखिम को कम करते हैं।
दही  (1 मीडियम कटोरी) 75 4 दही गर्भावस्था के दौरान कैल्शियम, प्रोटीन, विटामिन A और D प्रदान करता है, और आपके मूड को अच्छा रखता है।
या
अंडे का आमलेट (2) 160 10 अंडे पकाने में आसान और प्रोटीन का सबसे अच्छा स्रोत है, जो बच्चे के विकास में मदद करते हैं।
टोस्टेड ब्राउन ब्रेड (2  स्लाइस) 100 3 सुबह के समय ड्राई कार्ब्स मॉर्निंग सिकनेस से राहत दिलाने में मदद करते हैं।
या
वेजीटेबल ओट्स उपमा (1 सूप कटोरी) 250 3 सब्जियों से मिलने वाले मल्टी नयूट्रिशन और फाइबर कब्ज से निपटने में सहायक हैं।
11.00 Am
सेब /अमरुद /अनार (1 मध्यम आकार) 40 – फल खाने से शरीर में हाइड्रेशन और PH बैलेंस सही रहने से रक्त में वृद्धि होती है।
12.00 pm
नारियल पानी/नींबू पानी (1 गिलास) 30 – गर्भावस्था के दौरान कब्ज, सुस्त पाचन, सीने में जलन, और यूरिनरी ट्रैक्ट इन्फेक्शन से बचाव।

दोपहर का खाना (1.30 Pm)

किनुआ / वेजी ब्राउन राइस पुलाव (गाजर, बीन्स, शिमला मिर्च, प्याज़) 1.5 सूप कटोरी 350 6 –
दाल तड़का / फिश करी (1 सूप कटोरा) 150 6 मछली बच्चे के विकास के लिए PUFA और MUFA जैसे पोषक तत्व और अच्छी गुणवत्ता वाला प्रोटीन पाने में मदद करती है।
ताज़ा कच्चा खीरा 40 – खीरे के सभी फायदे
कटे टमाटर (2 मध्यम आकार) 40 – एंटीऑक्सिडेंट लाइकोपीन मेटाबॉलिक वेस्ट को संभालता है।
(2.15 pm )दोपहर के भोजन के बाद 15 मिनट सैर इससे पाचन बेहतर होगा और pp शुगर का स्तर कम होगा
2.30 Pm
छाछ (1 गिलास) 40 1 हाइड्रेशन बढ़ाकर एसिडिटी से होने वाली जलन को कम करता है।
4.30 Pm
चाय/दूध 1 कप 50 2 नीचे बताये गए मसाले का प्रयोग कर हेल्दी चाय बनायें
गेहूं और मेथी खाकरा (2 मीडियम आकार) 120 3 मेथी शुगर लेवल को बढ़ने नहीं देगी और गेहूं की रोटी से ज़रूरी कार्बोहायड्रेट की पूर्ति होगी.
6.00 Pm
2 चम्मच मुसली / wheat flakes/ ओट्स बाईट (शुगर कोटेड अनाज से बचें) 120 5 मुसली अपने आप में संपूर्ण फ़ूड है क्योंकि इसमें सभी पोषक तत्व हैं. यह भूख को शांत करता है और शुगर स्पाइक को रोकता है.
1 कटोरा दूध 75 2 दूध के आयरन से हीमोग्लोबिन और ब्लड वॉल्यूम दोनों में वृद्धि होती है,
1 /2 सेब छिलके सहित  20  –  छिलके का फाइबर शुगरलेवल को कम रखता है.
पैदल सैर (15 मिनट ) ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रण में रखता है.
7.30 Pm
Vegetable soup / चिकन सूप (1 सूप का कटोरा) 125 2 —–

रात का खाना  (8.00 Pm)

मल्टी ग्रेन रोटी (1 tsp घी के साथ) 2 मीडियम आकार 200 4 ये पचने में आसान होने के कारण सिस्टम पर बोझ नहीं डालते. BSL को सामान्य रखने में सहायक हैं।
घर की बनी पलक पनीर की सब्जी (1 कटोरी) 150 4 बच्चे के विकास के लिए प्रोटीन और आयरन का अच्छा जोड़। पालक, फोलिक एसिड और आयरन से भरपूर होता है और हेल्दी प्रेगनेंसी को बनाए रखने में मदद करता है।
Koshimbir / सलाद (1 कटोरी) 50 2 फाइबर पाचन को दुरुस्त करता है
(9.15 pm )डिनर के बाद सैर (15 मिनट ) ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रण में रखता है.
10.00 Pm
दूध (1 गिलास) 150 4 अच्छे पोषण के साथ-साथ सोते समय एक गिलास गर्म दूध रात को अच्छी नींद लेने में मदद करता है
6 भीगे बादाम 50 4 बादाम प्रोटीन और ओमेगा ३ का बढ़िया स्रोत हैं
TOTAL 2325 71

Note:

यहाँ पर बताए गए प्रेगनेंसी में डायबिटीज के डाइट चार्ट को फॉलो करते हुए ध्यान रखें की दोपहर और रात के भोजन के बाद 15 मिनट की सैर बहुत जरूरी है। यह सैर आप अपने ऑफिस या घर में ही घूम कर भी कर सकते हैं। इसी तरह के छोटे-छोटे कदम बेहतर पाचन में मदद करेंगे और ब्लड शुगर को नियंत्रित करेंगे।

अगर आपको जेस्‍टेशनल डायबिटीज के लिए डाइट चार्ट पसंद आए है, तो अब आप गर्भकालीन मधुमेह मेलिटस (गर्भावस्था के दौरान मधुमेह) के लिए हमारी e – book खरीद सकते हैं। इस e – book के बारे में अधिक जानना चाहते हैं तो कृपया इस पेज को देखें – Detailed 1 week diet plan 

 

 E- Book on Indian diet plan for Gestational Diabetes Mellitus (diabetes during pregnancy)

 

मसाला चाय रेसपी

यह मसाला बनाएं और संभाल कर रखें। यह ब्लड शुगर को कम करने और आपके दूध/चाय का स्वाद बढ़ाने में मदद करेगा।

इन सभी मसालों को एक साथ पीस लें –

  • 10-15 हरी इलायची की कलियाँ,
  • 5 बड़ी इलायची,
  • 4 दालचीनी की लकड़ी
  • थोड़ी सी जावित्री
  • 10-15 लौंग की कलियाँ
  • 10-15 साबुत काली मिर्च

प्रेगनेंसी में डायबिटीज को कैसे कंट्रोल करें ?

ब्लड शुगर को कंट्रोल करने के लिए टिप्स –

कार्ब्स केवल प्रोसेस्ड फ़ूड (जैम, शहद, कैंडी और सॉफ्ट ड्रिंक) में ही ना होकर दही, फल और दूध जैसे नेचुरल शुगर वाले खाद्य पदार्थों में भी मौजूद होते हैं।

पाचन के दौरान, आपका शरीर सभी कार्ब्स को ग्लूकोज में बदल देता है और इसलिए, एक बार में कार्ब्स का अधिक सेवन करने से ब्लड ग्लूकोज लेवल बढ़ जाता है।

स्टार्चयुक्त खाद्य पदार्थ जैसे अनाज और मैदा से बने उत्पाद जैसे ब्रेड, पेस्ट्री, केक, कुकीज, रोटियां (होटल में बनी) और नान और सब्ज़ियाँ जैसे मटर, फलियां, आलू, दाल, बेक्ड बीन्स और मकई में काफी उच्च मात्रा में कार्बोह्य्द्रेट होते हैं। भोजन करते वक्त केवल स्वाद को ध्यान में ना रखकर स्वास्थ्य पर भी ध्यान दें। Pregnancy Me Diabetes ko Kaise Control Kare?

इन्हें भी पढ़ें: प्रेगनेंसी में वज़न कैसे कम करें

 

 प्रेगनेंसी में शुगर में क्या करें और क्या न करें:

जब आप प्रेगनेंसी में शुगर के लिए हमारे डाइट प्लान का पालन कर रहे हैं, तो क्या करें और क्या न करें की यह छोटी सूची आपकी बहुत मदद करेगी। ये टिप्स आपके दिन को अच्छा बनाएंगे और माँ और  बच्चे के स्वास्थ्य की सुरक्षा और कल्याण सुनिश्चित करेंगे।

Dietburrp पर बताये गए Diet Plan for Diabetes during Pregnancy in hindi  के साथ आप नीचे बताये गए क्या करें और क्या ना करें की लिस्ट को भी अपने रूटीन में शामिल करें|

  • कम क्वांटिटी में खायें

भोजन और नाश्ते के बीच 2.5 – 3 घंटे का समय दें। इसी तरह, ध्यान रखें कि एक स्नैक और अगले भोजन में कम से कम 1.5 घंटे का समय अंतराल हो।

  • भोजन को छोड़ें नहीं पर कार्ब्स से बचें

दिन के किसी भी मुख्य भोजन को छोड़ने से आप कार्बोहाइड्रेट की मात्रा को कम नहीं कर पाएंगे। ज्यादा देर भूखे रहने के कारण आप अगले भोजन में ज्यादा खा लेंगे जिससे रक्त शर्करा का संतुलन बिगड़ सकता है। इसके अलावा, यदि आप कम कार्बोहाइड्रेट का सेवन करते हैं, तो आप अपने बच्चे के स्वास्थ्य को दांव पर लगा रहे हैं क्योंकि बढ़ते भ्रूण को विकास के लिए एक निश्चित मात्रा में ग्लूकोज ऊर्जा की आवश्यकता होती है।

  • भोजन में ज्यादा सब्ज़ियाँ शामिल करें

सुनिश्चित करें कि आपके भोजन और नाश्ते में पर्याप्त मात्रा में सलाद और पकी हुई बिना स्टार्च वाली सब्ज़ियाँ हों जो फाइबर, विटामिन और खनिजों से भरपूर होती हैं।

  • अधिक प्रोटीन खाद्य पदार्थों को शामिल करें

भोजन और स्नैक्स के समय बहुत सारे प्रोटीन खाद्य पदार्थों का सेवन करें। ये खाद्य पदार्थ पाचन के बाद ग्लूकोज में नहीं बदलते हैं और ये आपको भरा हुआ महसूस करने में मदद कर सकते हैं। प्रोटीन अंडे, चिकन, मछली, मांस, टोफू, नट्स, समुद्री भोजन, peanut butter, पनीर और सीड्स जैसे फ़ूड आइटम्स  में पाया जाता है।

  • फैट स्रोतों पर विचार करें

अधिक वजन बढ़ने का मतलब स्वस्थ प्रेगनेंसी नहीं हो सकता। lean meat, लो फैट डेयरी उत्पाद चुनें,  गहरे तले हुए खाद्य पदार्थ और हाई फैट वाले जंक फ़ूड से बचें। ऐसा नहीं है कि भोजन में अधिक फैट की मात्रा सीधे ब्लड ग्लूकोस के स्तर को बढ़ाएगी, लेकिन ये इंसुलिन को ठीक से काम करने में परेशानी पैदा कर सकते हैं।

  • ग्रीक योगर्ट शामिल करें

ग्रीक योगर्ट (बिना मीठा) में नियमित दही की तुलना में अधिक प्रोटीन सामग्री होती है और यह आपके पाचन तंत्र के स्वास्थ्य को बढ़ावा देने के साथ-साथ आपके पेट को ज्यादा देर तक भरा रखने में मदद करेगा।

  • फाइबर वाले काम्प्लेक्स कार्ब्स चुनें

सफेद चावल के बजाय ब्राउन राइस, किनुआ, रागी (बाजरा) या गेहूं का दलिया चुनें। कई लोगों के लिए यह मुश्किल हो सकता है, लेकिन एक बार जब आप अपने स्वाद और मन पर नियंत्रण कर लेंगे तो आप फिर से सफेद चावल पर वापस नहीं जाना चाहेंगे।

  • तेल और मक्खन का सेवन कम करें

अधिक तेल और मक्खन किसी के लिए भी हेल्दी नहीं है, बच्चों के लिए भी नहीं. हालांकि, कभी-कभी यदि आपको अपने मूड के सामने हार माननी पड़े  तो आप एक्स्ट्रा वर्जिन ओलिव आयल (जैतून के तेल) का उपयोग कर सकते हैं। सूप और पास्ता में जैतून का तेल छिड़कें और नाश्ते का आनंद लें।

  • अन्हेल्दी को हेल्दी से बदलें

साबुत अनाज पास्ता (whole wheat pasta) को नियमित पास्ता और प्राकृतिक मल्टी-ग्रेन ब्रेड के साथ सफेद ब्रेड को बदल सकते हैं। उपमा, रवा, सूजी की जगह बारीक टूटा गेहूं (दलिया) ले सकते हैं।

  • आलू को शकरकंद से बदलें

शकरकंद में अधिक फाइबर सामग्री और कम ग्लाइसेमिक इंडेक्स होता है। जिसका अर्थ है कि वे पाचन के बाद धीरे-धीरे रक्त में ग्लूकोज छोड़ते हैं, जिससे ब्लड ग्लूकोस के स्तर को स्थिर रखने में मदद मिलती है।

  • ओट्स शामिल करें

अपने दिन की शुरुआत हेल्दी ब्रेकफास्ट सीरियल्स जैसे ओट्स से करें। बेरीज और नट्स के साथ इसे दिलचस्प बनाएं। ओट्स में न केवल हाई फाइबर होता है , बल्कि वे नर्सिंग माताओं में दूध उत्पादन को भी बढ़ावा देते हैं।

  • रोजाना कम से कम 8 गिलास पानी पिएं

किसी को भी वॉशरूम में बार-बार जाना पसंद नहीं होता। लेकिन ऐसा करने से, आप अपने शरीर को नियमित रूप से टॉक्सिनस को बाहर निकालने की अनुमति देंगे।

  • सलाद में वैरायटी लायें

किनुआ, किडनी बीन्स, छोले और सोया चंक्स के अलग-अलग कॉम्बिनेशन के साथ अपने सलाद का आनंद लें। इन्टरनेट या किताबों से नयी सलाद रेसिपी आजमायें।

  • भोजन में आकर्षक रंगों को शामिल करें

अपने आहार में बहुरंगी सब्ज़ियाँ और पत्तेदार सब्ज़ियाँ शामिल करें। स्वाद और वैरायटी के मामले में भारतीय व्यंजनों में हमारे लिए बहुत कुछ है। फूलगोभी, ब्रोकली, पत्तागोभी, केल, सरसों का साग,  ब्रसेल्स स्प्राउट्स, मेथी, और पालक के अनोखे मेल के साथ अपनी दादी के व्यंजनों को आज़माएं या अपने दम पर कुछ नया खोजें।

  • स्नैक्स के रूप में फल खायें

किसने कहा कि डायबिटीज में फलों से पूरी तरह बचना चाहिए? अमरूद, खट्टे फल, खरबूजे, सेब, जामुन और नाशपाती के स्लाइस के साथ एक शानदार फलों के कटोरे का आनंद लें। हालांकि, अधिक पके फलों से बचें। केला, अंगूर, कटहल, आम, अनानास और अंगूर और चीकू से बचें क्योंकि इनमें चीनी की मात्रा अधिक होती है। बेशक, यदि आप नियमित रूप से प्रेगनेंसी में शुगर के लिए हमारे डाइट प्लान का पालन कर रहे हैं, तो आप उन्हें एक बार इलाज के रूप में ले सकते हैं।

  • मूंगफली, अखरोट, भुना हुआ चना और बादाम जैसे नट्स का नाश्ता करें और अपने शरीर को ओमेगा -3 फैटी एसिड की एक स्वस्थ आपूर्ति दें।
  • प्रत्येक भोजन में प्रोटीन और कार्ब्स और कम से कम दो भोजन के लिए सब्जियों और फलों को शामिल करें।
  • सोडा, कॉफी और चाय से परहेज करें। यदि आपको कुछ कैफीन लेने की आवश्यकता है, तो लो फैट दूध और बिना चीनी के तैयार एक कप लेने पर विचार कर सकते हैं।
  • फलों के रस की जगह साबुत फल खायें या ताज़ा नारियल पानी पियें।

 

 कुछ कम चीनी वाले स्नैकिंग आईडिया:

  • Yoghurt dip के साथ गाजर के टुकड़े
  • Lettuce सलाद – उबला हुए चना, टमाटर, खीरा और नींबू के रस के साथ
  • गेहूं से बने स्नैक्स Yoghurt dip और एवोकैडो स्लाइस के साथ
  • जामुन के साथ ग्रीक योगर्ट
  • अंकुरित हरे चने, कद्दूकस की हुई गाजर और नींबू के रस के साथ
  • (Almond Butter) बादाम मक्खन और सेब के स्लाइस के साथ ब्राउन ब्रेड टोस्ट
  • पुदीने की चटनी के साथ रागी रोटी
  • साबुत अनाज डोसा / sprouts dosa / millet dosa
  • आमलेट

 

 क्रेविंग को कैसे रोकें?

कार्ब्स के सेवन से कभी भी परहेज न करें क्योंकि ये आपको इंस्टेंट एनर्जी देते हैं। क्रेविंग होने पर एक गिलास पानी पिएं। एक गिलास पानी से झूठी भूख कम होने की संभावना अधिक होती है।

रोज़ खाने वाले खाद्य पदार्थों को एक डायरी में लिखकर विचार करें की आप कम या ज्यादा तो नहीं खा रहे। इसके अलावा फ़ूड आइटम्स के हेल्दी और अन्हेल्दी होने पर पूरा ध्यान दें।

अपने आहार में कुछ प्रोटीन शामिल करें या सेलरी, बेबी पालक या बेबी गाजर सलाद पर नाश्ता करें।

प्रेगनेंसी के लिए अन्य ख़ास लेख

प्रेगनेंसी के लिए डाइट प्लान

प्रेग्नेंसी में क्या खायें

अंत में

Pregnancy Me Diabetes ko Kaise Control Kare? अपनी दादी की सलाह का पालन करें- दो के लिए खाओ |लेकिन खाना double न करें । यह सही है कि बच्चे की ग्रोथ के लिए एक्स्ट्रा 300 – 500 कैलोरी की आवश्यकता होती है और आपको खाना भी चाहिए। लेकिन इस सलाह को मानकर शायद आप डाइअबीटीज़ को खुद ही बुला रही हैं। ऐसी स्थिति में एक गर्भवती महिला क्या करेगी? इसके लिए आपको अपने भोजन को स्मार्ट तरीके से चुनना पड़ेगा। आपके बढ़े हुए ग्लूकोस के स्तर को लिमिट करने के लिए गर्भकालीन मधुमेह के लिए हमारे डाइट प्लान का पालन करें और शानदार प्रेगनेंसी का आनंद लें।

अक्सर पूछे जाने वाले सवाल | FAQ | Frequently Asked Questions

Q1 क्या प्रेगनेंसी में डायबिटीज की दवाई ले सकते हैं? Pregnancy Me Diabetes ko Kaise Control Kare?

A1 हर महिला की मेडिकल कन्डिशन अलग होती है। इसलिए डॉक्टर से सलाह किये बिना कोइ दवाई न लें। प्रेगनेंसी में माँ जो भी खाती है, (दवाएं भी) बच्चे पर उसका सीधा प्रभाव पड़ता है।

Q2 अगर पहले से शुगर हो और बाद में प्रेगनेंसी हो जाए तो क्या करें?

A2 ऐसी अवस्था में ऊपर बताया गया प्रेगनेंसी में शुगर डाइट प्लान फॉलो करने के साथ अपने डॉक्टर से सलाह अवश्य लें।

 

About RD, Payal Banka (Registered Dietitian)

RD, Payal Banka (Registered Dietitian)

Payal(पायल) is a Registered Dietitian with 15 years of experience. She is a Professional Blogger, Author, and a Youtuber. She is an MBA in Health care and Hospital management. Payal believes in healthy living. Here at Dietburrp, you will find her talking about health, weight loss, fitness, parenting, healthy cooking and how to keep yourself motivated to be healthy.

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Copyright © 2023 · dietburrp.com अस्वीकरण: इस साइट पर उपलब्ध सभी जानकारी और लेख केवल शैक्षिक उद्देश्यों के लिए हैं। यहाँ पर दी गयी जानकारी का उपयोग किसी भी स्वास्थ्य संबंधी समस्या या बीमारी के निदान या उपचार हेतु बिना विशेषज्ञ की सलाह के नहीं किया जाना चाहिए। चिकित्सा परीक्षण और उपचार के लिए हमेशा एक योग्य चिकित्सक की सलाह लेनी चाहिए।