आजकल फास्ट फूड और पैक्ड फूड के अधिक चलन की वजह से हमारे खानपान में बहुत बदलाव आ गया है| कभी कभार होने वाली बीमारियां बहुत ही सामान्य हो गई हैं, और हर दूसरे इंसान में देखने को मिलती हैं| ऐसे ही एक बीमारी का नाम है- पाइल्स(Haemorrhoids) या बवासीर| किन्तु, भोजन की सही जानकारी आपको बवासीर से छुटकारा दिला सकती है| इसलिए Dietburrp आपके लिए पाइल्स इंडियन डाइट प्लान लेकर आए हैं जिसमें आपको बताया जा रहा है कि piles में क्या खाएं और क्या ना खाएं|
Table of Contents
पाइल्स क्या है (what are Piles)?
पाइल्स या बवासीर एक ऐसी बीमारी है जिसमें गुदाद्वार (Rectum) के अंदरूनी या बाहरी हिस्से में सूजन और/या जलन होती है|
मनुष्य की गुदा में कुछ संरचनाएं बनी होती हैं जो मल निष्कासन को नियंत्रित करती हैं| गलत खान-पान से कब्ज होने के कारण कुछ लोगों के गुदा के अंदरूनी भाग में कुछ मस्से जैसे बन जाते हैं जिन में दर्द होता है और कई बार मल निष्कासन के समय खून भी बहता है|
बवासीर के प्रकार (Types of Piles)
पाइल्स दो तरह की हो सकती है- आंतरिक और बाहरी| आंतरिक बवासीर दर्द रहित होती है किंतु इसमें खून बह सकता है|
बाहरी बवासीर में गुदा के बाहर की तरफ मस्से उभर आते हैं जिससे रोगी को मल त्याग करते हुए बहुत अधिक दर्द का सामना करना पड़ता है|
बवासीर के लक्षण (Symptoms of Piles)
- गुदाद्वार पर खुजली
- दर्द और जलन
- गुदाद्वार से खून बहना
ज्यादातर मामलों में यह लक्षण अपने आप ही ठीक हो कर गायब हो जाते हैं| कभी-कभी पेट से संबंधित अन्य परेशानियां भी बवासीर जैसे लक्षण दिखा सकती हैं, जैसे कि फिशर, फिस्टुला, इरिटेबल बॉवेल सिंड्रोम और आंतों का कैंसर| इसलिए लक्षणों पर नजर रखनी जरूरी है|
बवासीर के कारण (Causes of Piles)
- बढ़ती उम्र
- वंशानुगत
- लंबे समय से चल रही कब्ज़
- कम फाइबर युक्त भोजन
- गर्भावस्था
- देर तक बैठे या खड़े रहना
- मोटापा
- चिंता, तनाव
- बहुत अधिक व्यायाम, या
- बहुत मेहनत वाला काम करना
पाइल्स का इलाज कैसे करें ? ( How to Treat Piles)
शुरुआती परेशानी एक दो बार दवाई लेने से ही ठीक हो जाती है| इस तरह का खाना खाएं कि मल त्याग करते समय जोर ना लगाना पड़े| भोजन में सलाद और पेय पदार्थों की मात्रा बढ़ाएं| जरूरत पड़ने पर बवासीर के लिए सर्जरी या ऑपरेशन भी कराना पड़ सकता है|
पाइल्स के लिए इंडियन डाइट चार्ट देखने से पहले आपको अपनी जीवन शैली में कुछ बदलाव करने और कुछ घरेलू उपचार अपनाने की आवश्यकता है| भोजन में बदलाव करने से पहले जान लें कि पाइल्स में क्या खाएं?
पाइल्स के लिए इंडियन डाइट चार्ट का मुख्य उद्देश्य है कि मरीज़ बिना प्रेशर लगाये आसानी से मल निष्कासित कर पाए| ताकि आपकी आँतों और गुदा को और अधिक नुकसान ना पहुंचे| इसके लिए फाइबर युक्त भोजन को नियमित रूप से शामिल करना होगा| जैसे कि हरी पत्तेदार सब्जियां, साबुत अनाज, बाजरा, छिलके सहित फल और मोटा पिसा अनाज|
फाइबर किस तरह बवासीर को ठीक करता है ? (How does Fiber help in Piles)
फाइबर में अधिक पोषण नहीं होता लेकिन यह पाचन संबंधी प्रक्रियाओं को सही तरीके से संचालित करने में काफी मदद करता है|
फल और सब्जियों में मौजूद रेशे अतिरिक्त पानी को अवशोषित कर मल को सख्त होने से रोकते हैं और गन्दगी को शरीर से आसानी पूर्वक बाहर निकलने में मदद करते हैं| जिसके फलस्वरूप बवासीर के कारण हुई जलन और दर्द में राहत मिलती है|
पाइल्स में क्या खाएं?
बवासीर में क्या ना खाएं ? (What to eat in Piles)
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हरी पत्तेदार सब्जियों (Green Leafy Vegetables)
हरी पत्तेदार सब्जियों में एंटी ऑक्सीडेंट और पोषक तत्व भरपूर मात्रा में होते हैं| इसलिए पालक, केल, पत्ता गोभी, सहजन के पत्ते, ब्रोकली, टमाटर, फूलगोभी, प्याज, खीरा, शलगम, गाजर, सैलरी और ज़ुकिनी को अपने खाने में शामिल करें| यह सभी हरी सब्जियां पाइल्स के लिए इंडियन डाइट चार्ट का अभिन्न अंग हैं|
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चोकर सहित अनाज (Whole Grains)
ब्राउन राइस, चोकर सहित गेहूं का आटा, गेहूं से बना पास्ता, और मल्टीग्रेन ब्रेड इत्यादि को अपने भोजन में शामिल कर आप बवासीर से काफी हद तक निजात पा सकते हैं|
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छिलके सहित फल ( Whole Fruits)
आजकल फलों को छीलकर खाना एक फैशन बन गया है लेकिन हम लोग यह नहीं जानते कि फलों के छिलकों में भी उतने ही गुण छुपे हैं जितने फल के अंदर| सेब, स्ट्रॉबेरी, ब्लूबेरी, अंगूर, खुमानी, चीकू इत्यादि के छिलकों में मौजूद विटामिन और मिनरल्स इनके पाचन में मदद करते हैं| पपीता, केला, संतरा और खरबूजा- तरबूज इत्यादि को छिलका उतारकर खाया जा सकता है|
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अंकुरित अनाज खाएं ( Sprouts )
अंकुरित खाद्य पदार्थों में फाइबर, विटामिन सी, प्रोटीन, और कैल्शियम की मात्रा अधिक होती है| ये सभी पोषक तत्व पाइल्स को ठीक करने में सक्षम हैं| इसलिए रोजाना एक कप अंकुरित दालें या अनाज अवश्य खाएं| लेकिन याद रखिए इन्हें कच्चा खाने से आपके लक्षणों में वृद्धि हो सकती है | अंकुरित पदार्थों को खाने से पहले भाप में पका लें या उबाल लें|
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ईसबगोल (Psyllium husk)
शरीर से कब्ज हटाने के लिए रात में सोने से पहले एक से दो चम्मच इसबगोल लें| इस में घुलनशील फाइबर की मात्रा अधिक होती है| जिससे यह मल त्याग को सुविधाजनक बना सकता है|
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पानी की अधिक मात्रा (Drink more Water)
1 दिन में कम से कम 3 से 4 लीटर पानी जरूर पिएं| कई बार केवल खाद्य शैली बदलने और फाइबर बढ़ाने से काम नहीं चलता, क्योंकि इनके सही तरीके से काम करने के लिए पानी की अधिक मात्रा की जरूरत है| अधिक पानी कब्ज को खत्म करता है और शरीर की गन्दगी आसानी से बाहर निकल जाती है|
- प्रोबायोटिक्स (Probiotics)
भोजन में गुड बैक्टीरिया (Probiotics) को शामिल करें| जब आप अपने भोजन में दही, छाछ, या अन्य प्रोबायोटिक्स शामिल करते हैं तो बीमारियों से लड़ने की ताकत बढ़ती है और बवासीर में आराम मिलता है|
बवासीर में क्या ना खाएं (Foods to avoid in Piles)
- अधिक कार्बोहाइड्रेट और वसा युक्त भोजन पाचन को खराब करता है जिसके फलस्वरूप कब्ज हो सकती है|
- माँस, मछली, अंडे, आदि कब्ज को बढ़ाते हैं
- कैफीन युक्त पदार्थ जैसे कॉफी चाय चॉकलेट इत्यादि कब्ज कारक है और पेट में जलन भी पैदा करते हैं|
- शराब और सिगरेट दोनों ही पेट की अंदरूनी सतह पर बुरा प्रभाव डालती है|
- बेकरी में बनने वाली सभी चीजें फाइबर रहित मैदा से बनाई जाती हैं| जैसे ब्रेड, केक, पेस्ट्री, पाई| यह सभी कब्ज को बुरी तरह से बढ़ाने के लिए ज़िम्मेदार हैं | जिससे बवासीर उग्र रूप धारण कर सकती है|
- अधिक नमक मिर्च वाला खाना पेट में जाकर जलन पैदा करता है और उसके बाद गुदा द्वार पर मल त्याग करते समय भी जलन का कारण हो सकता है| इसलिए बवासीर के रोगी को अपने खाने में मिर्च को शामिल नहीं करना चाहिए| काली, हरी, सफ़ेद, या लाल मिर्च का बिल्कुल त्याग करें|
- साबुत दालों को खाने में कम मात्रा में शामिल करें क्योंकि ये गैस कारक हैं| अगर खाना पड़े तो उन्हें खूब अच्छे से पका कर और दिन में 1 से ज्यादा बार ना खाएं, क्योंकि पेट फूलने की स्थिति में मल त्याग में परेशानी होती है|
पाइल्स के लिए इंडियन डाइट चार्ट (Indian diet Chart For Piles)
अब आप जान चुके हैं कि आपको भोजन शैली में क्या परिवर्तन करने होंगे| आइए, अब डाइट चार्ट के द्वारा जानते हैं कि पाइल्स में क्या खाएं और कैसे खाएं|
सुबह खाली पेट | |
हल्का गर्म पानी+ नीम्बू का रस | 1 गिलास |
जामुन+काला नमक | 4-5 (यदि उपलब्ध है) |
नाश्ता | |
ओट्स+ दूध या | 1 बड़ी कटोरी |
दलिया(सब्जियों सहित) या | 1 बड़ी कटोरी |
उपमा (सब्जियों सहित) + | 1 बड़ी कटोरी |
सेब या केला+इलायची | 1 |
2 घंटे बाद | |
दही+1 tsp गुड़ | 1 कप |
लस्सी | 1 गिलास |
दोपहर का भोजन | |
रोटी(गेहूं का आटा चोकर सहित या मल्टी ग्रेन आटा) +दाल+चावल+पालक+दही | 2+1 कटोरी+1/2 कप+1+1 |
या | |
मूंग दाल और चावल की खिचड़ी | 1 बड़ी कटोरी |
+पालक सब्जी+ दही या कड़ी | 1 कटोरी+1 |
शाम 5-6 बजे | |
सेब,गाजर,धनिया जूस | 1 गिलास |
या, मूली जूस | 1 गिलास |
+अंकुरित दालें(पकी हुई) | 1/2 कप |
रात के भोजन से आधा घंटा पहले – मिक्स सब्जियों का सूप(बिना छना | रात का खाना दोपहर के खाने जैसा ही |
पाइल्स के घरेलू उपाय (Home Remedies for Piles)
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भीगे अंजीर खाएं
3-4 अंजीर अच्छी तरह धोकर रात भर पानी में भिगो दें और सुबह उन्हें खूब चबा चबाकर खाएं| अंजीर के बीजों में मौजूद फाइबर कब्ज दूर करता है|
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विटामिन C और विटामिन E
भोजन में विटामिन सी युक्त फल और विटामिन ई से भरपूर फल और सब्जियों का प्रयोग करें|
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मूली का जूस
मूली के सफेद भाग का जूस लें और उसमें थोड़ा शहद मिलाएं| तुरंत आराम पाने के लिए 60 से 90 मिलीलीटर की मात्रा में दिन में दो बार पियें|
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गाजर जूस
यदि गाजर जूस नियमित रूप से पिया जाए तो यह बवासीर के सभी लक्षणों को खत्म कर सकता है| गाजर जूस के फायदे जानने के लिए इसे पढ़ें- हाइपरलिंक
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जामुन
सुबह खाली पेट काला नमक लगाकर जामुन खाने से कब्ज में स्थाई रूप से राहत मिलती है और बवासीर का भी अंत हो सकता है|
विटामिन B6 के सप्लीमेंट्स लें|
इन्हें भी अवश्य पढ़ें-
अंत में
बवासीर को ठीक करने के लिए तीन मंत्र याद रखिए- फाइबर युक्त भोजन, व्यायाम, और प्रचुर मात्रा में पानी| याद रखिए कुछ भी नया शुरू करने से पहले किसी योग्य चिकित्सक से परामर्श अवश्य लें| बवासीर के असली कारणों की जांच करें उसके बाद ही उसका इलाज घरेलू उपचार शुरू करें| मैं आशा करती हूं पाइल्स में क्या खाएं? और क्या ना खाएं? और बवासीर के लिए यह इंडियन डाइट चार्ट आपकी मदद करेगा| अगर आपके मन में कोई भी सवाल हो तो आप कमेंट में लिख कर पूछ सकते हैं| हम आप को सुझाव जरूर बताएंगे|
अक्सर पूछे जाने वाले सवाल
Q1. क्या सही डाइट चार्ट बवासीर को जड़ से ख़त्म कर सकता है?
A1. हाँ, भोजन और जीवनशैली में सही बदलाव लाकर बवासीर को जड़ से ख़त्म किया जा सकता है|
Q2. पाइल्स के लिए कोई प्राकृतिक इलाज बता सकते हैं?
A2. प्राकृतिक चिकित्सा के तौर पर एक टब में ठंडा पानी भरे और अपने दोनों पैरों को बाहर निकालकर उस टब में बैठ जाएं| 2 से 3 मिनट ऐसे बैठे रहने से आपको पाइल्स से होने वाले दर्द में राहत मिल सकती है|
Kya hum piles main cheeni khaa sakte hai
ha